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'मोहब्बत हो गई' 1999 की बॉलीवुड फिल्म 'बादशाह' का एक लोकप्रिय गीत है। इसे प्रसिद्ध गायक अभिजीत ने गाया है, और संगीतकार अनु मलिक द्वारा संगीतबद्ध किया गया है। इस गीत के बोलदेव कोहली ने लिखे हैं। 'बादशाह' फिल्म में इस रोमांटिक गीत ने दर्शकों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की थी, जिससे फिल्म की सफलता में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
(ओए-ओए)
(ओए-ओए)
♪
कहना है जो दिल से कहो
दिलबर मेरे, दिल में रहो
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
अब डरना भी क्या? ओ-ओ-ओ
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
अब करना भी क्या? ओ-ओ-ओ
कहना है जो दिल से कहो
दिलबर मेरे, दिल में रहो
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
अब डरना भी क्या? ओ-ओ-ओ
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
अब करना भी क्या? ओ-ओ-ओ
♪
दुनिया की बातों को ये पगला नहीं मानता
ये प्यार हो जाए कब, कोई नहीं जानता
बर्फ़ीले मौसम में भी शोला भड़कने लगे
ना जाने कैसे, कहाँ, ये दिल धड़कने लगे
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
अब डरना भी क्या? ओ-ओ-ओ
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
अब करना भी क्या? ओ-ओ-ओ
♪
(ओए-ओए)
(ओए-ओए)
♪
दीवानगी ने तेरी मजबूर इतना किया
सोचा ना समझा, सनम, सब कुछ तुझे दे दिया
साँसों में गर्मी तेरी, धड़कन में तेरा नशा
तेरी भी चाहत में है जादू कोई, दिलरुबा
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
अब करना भी क्या? ओ-ओ-ओ
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
अब डरना भी क्या? ओ-ओ-ओ
कहना है जो दिल से कहो
दिलबर मेरे, दिल में रहो
मोहब्बत की नहीं है, मोहब्बत हो गई है
अब डरना भी क्या? ओ-ओ-ओ
शरारत की नहीं है, शरारत हो गई है
अब करना भी क्या? ओ-ओ-ओ