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'वो लड़की बहुत याद आती' फिल्म 'कयामत' का एक लोकप्रिय गाना है, जिसे कुमार सानू ने बेहतरीन अंदाज़ में गाया है। इस गाने के संगीतकार नवरजी हैं और इसके बोल मजरठ ने लिखे हैं। यह गीत अपनी दिलकश धुन और भावनात्मक लिरिक्स के लिए दर्शकों में काफी पसंद किया गया था। 'कयामत' फिल्म 1992 में रिलीज़ हुई थी और इस गाने ने बॉलीवुड संगीत में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
वैसे मुझे अमीरों से मिलने का कोई ख़ास शौक़ नहीं है
तो फिर मुझसे प्यार क्यों किया, हाँ?
ये कमबख़्त दिल है कि ग़लती कर बैठता है
और भुगतना हमको पड़ता है (तो भुगतो)
♪
कभी मुझको हँसाए, कभी मुझको रुलाए
मुझे कितना सताती है
कभी मुझको हँसाए, कभी मुझको रुलाए
मुझे कितना सताती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
♪
मेरे सपनों में आए, मेरे दिल को चुराए
मुझे कितना सताता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
♪
देखा उसे जब पहली बार, बन गया दीवाना मैं, यार
करके अंजाना इक़रार, ले गई दिल का चैन-क़रार
देखा उसे जब पहली बार, बन गया दीवाना मैं, यार
करके अंजाना इक़रार, ले गई दिल का चैन-क़रार
थोड़ी सी घबराई थी, थोड़ी सी शरमाई थी
कितना प्यारा मुखड़ा है, वो तो चाँद का टुकड़ा है
जाने कहाँ छुप जाती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है
♪
मैं तो उस पे मरती हूँ, दुनिया से नहीं डरती हूँ
नाम से उसके सँवरती हूँ, पल-पल आहें भरती हूँ
मैं तो उस पे मरती हूँ, दुनिया से नहीं डरती हूँ
नाम से उसके सँवरती हूँ, पल-पल आहें भरती हूँ
माना कि मजबूरी है, चाहत अभी अधूरी है
बस कुछ दिन की दूरी है, मिलना बहुत ज़रूरी है
क्या-क्या दर्द जगाता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
कभी मुझको हँसाए, कभी मुझको रुलाए
मुझे कितना सताती है
मेरे सपनों में आए, मेरे दिल को चुराए
मुझे कितना सताता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़का बहुत याद आता है
वो लड़की बहुत याद आती है
वो लड़की बहुत याद आती है