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"तेरे बिना दिल" फिल्म "दीवाना मस्ताना" का एक बेहद लोकप्रिय रोमांटिक गीत है, जिसे मशहूर गायक उदित नारायण ने गाया है। इस गीत का संगीत अनू मलिक ने तैयार किया है और इसके बोल आनंद बक्षी ने लिखे हैं। "तेरे बिना दिल" अपनी मधुर धुन और भावुक लिरिक्स के साथ दर्शकों के दिलों में खास जगह बना चुका है। यह गाना फिल्म की प्रेम कहानी को खूबसूरती से प्रस्तुत करता है और रिलीज़ के समय से ही टॉप चार्ट्स पर रहा।
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
मैं ये जहान क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
मैं ये जहान क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
♪
कैसे शुरू हो गई ये कहानी?
कैसे शुरू हो गई ये कहानी?
मैं भी ना जाना, तू भी ना जानी
इनकार भी मैंने किया
इक़रार भी मैंने किया
मैं खो गया, बस हो गया दिल बेईमान
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल,,,
♪
तूने कहा नहीं, मैंने सुना है
तूने कहा नहीं, मैंने सुना है
लाखों में तूने मुझको चुना है
क्या सच है ये? सपना नहीं
आता नहीं मुझको यक़ीं
ये क्या हुआ? कैसे हुआ? मैं हूँ हैराँ
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल...
♪
ये आग दिल में कैसी लगी है?
ये आग दिल में कैसी लगी है?
दोनों तरफ़ इक जैसी लगी है
धक-धक करे ये दिल मेरा
जीना हुआ मुश्किल मेरा
वो चैन का मौसम गया, आया तूफ़ाँ
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल (तेरे बिना दिल) लगता नहीं (लगता नहीं)
ओ, मेरी जाँ, (ओ, मेरी जाँ) क्या करूँ? (क्या करूँ?)
क्या करूँ? (क्या करूँ?)
तेरे बिना दिल (तेरे बिना दिल) लगता नहीं (लगता नहीं)
ओ, मेरी जाँ, (ओ, मेरी जाँ) क्या करूँ? (क्या करूँ?)
क्या करूँ? (क्या करूँ?)
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
तू जो नहीं, कुछ भी नहीं
मैं ये जहान क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?
तेरे बिना दिल लगता नहीं
ओ, मेरी जान, क्या करूँ?
क्या करूँ? क्या करूँ? क्या करूँ?