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‘ऊंची है बिल्डिंग’ फिल्म जुद्वां का एक मशहूर गाना है जिसे संगीतकार अनु मलिक ने तैयार किया है। यह गाना 1997 में रिलीज़ हुई इस एक्शन-कॉमेडी फिल्म में सलमान खां द्वारा निभाए गए दो भूमिकाओं के बीच हास्य और मनोरंजन को दर्शाता है। इस गाने के बोल और धुन ने तत्कालीन दर्शकों में बहुत लोकप्रियता हासिल की थी और आज भी इसे विभिन्न अवसरों पर खूब पसंद किया जाता है। शानदार नृत्य और जीवंत संगीत के साथ, ‘ऊंची है बिल्डिंग’ बॉलीवुड के क्लासिक गानों में से एक माना जाता है।
ऊँची है building, अरे, lift तेरी बंद है
कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
ऊँची है building, hey, lift तेरी बंद है
हाँ, कैसे मैं आऊँ? अरे, दिल रज़ामंद है
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा (कइसे?)
ऊँची है building, अरे, lift तेरी बंद है
हाँ, कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
♪
तेरे वास्ते दौड़कर आऊँगा मैं
१०० सीढ़ियों को भी चढ़ जाऊँगा मैं
तू मेरा दिलबर है, आना पड़ेगा
तुझे मेरा नख़रा उठाना पड़ेगा
♪
आया तूफ़ान है, मुश्किल में जान है
आना मैं चाहूँ, दिल बेईमान है
ऊँची है building, lift तेरी बंद है
हाँ, कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा ना
ऊँची है building, lift तेरी बंद है
हाँ, कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
♪
तू आगे-आगे, मैं पीछे-पीछे
हो, चुंबक की तरह मुझ को तू खींचे
अरे-रे-रे-रे, कहाँ जा रहा है अखियों को मीचे?
Michael की cycle के आएगा नीचे
उतनी है दूर तू जितनी क़रीब है
आँख मारती है, हाय, लड़की अजीब है
मुंबई बंद है, train नहीं चलती
कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
बिजली नहीं है, अरे, बत्ती भी गुल है
कैसे मैं आऊँ? दिल रज़ामंद है
दिल रज़ामंद है, दिल रज़ामंद है, दिल रज़ामंद है
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा
आजा, आजा, आजा, बैंड-बाजा लेके आजा
तेरी याद सताए, दूल्हे राजा, अब तो आजा-आजा