राज़ आंखे तेरीसब बया कर रहीसुन रहा दिल तेरी खामोशियाँकुछ कहो न सुनोपास मेरे रहोइश्क की कैसी है यह गहराइयाँसाया भी जिस्म सेहोता है क्या जुदाजितनी भी ज़ोर की हो अँधियाँ