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‘तुझसे क्या चोरी है’ फिल्म **डुप्लिकेट** का एक बेहद लोकप्रिय गाना है, जिसे मशहूर गायक कुमार सानू ने सुरीली आवाज़ में प्रस्तुत किया है। इस गाने का संगीत नादिम-श्रवण द्वारा तैयार किया गया है और इसके बोल प्रेम की अनकही कहानियों को बयां करते हैं। **शाहरुख खान** और **काजोल** की केमिस्ट्री इस गाने को और भी खास बनाती है। ये गाना 1998 में रिलीज़ हुआ था और तब से ही भारतीय संगीत प्रेमियों में बेहद पसंद किया जा रहा है। इसके मधुर लय और कुमार सानू की आवाज़ ने इसे शास्त्रीय बॉलीवुड हिट्स में शामिल किया है।
तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
तुझसे क्या चोरी है?
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
हाँ, तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
तुझसे क्या चोरी है?
तेरे हाथों में मेरे सपनों की डोरी है
तेरे हाथों में मेरे सपनों की डोरी है
♪
मिल जाए काश, मेरी जान, मुझको एक ऐसी शक्ति
तू जैसे तकता है मुझको, वैसे मैं तुझको तकती
प्यारी ये बात है, लेकिन फिर भी घबराए मेरा दिल
मुमकिन है देख के मुझको पत्थर हो जाए तेरा दिल
मुमकिन है देख के मुझको पत्थर हो जाए तेरा दिल
बेगानी दुनिया से तू भोली सी चोरी है
बेगानी दुनिया से तू भोली सी चोरी है
तुझसे क्या चोरी है?
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तेरे हाथों में मेरे सपनों की डोरी है
♪
अपनी आँखों से तुझको मैंने जब देखा, साजन
उस दिन चमकेगी मेरे हाथों की रेखा, साजन
तेरी आँखों में, सजनी, मैं सदियों रहना चाहूँ
लेकिन वो कह नहीं सकता, जो कुछ मैं कहना चाहूँ
लेकिन वो कह नहीं सकता, जो कुछ मैं कहना चाहूँ
तारों से प्यारी है तू, चंदा से गोरी है
तारों से प्यारी है तू, चंदा से गोरी है
तुझसे क्या चोरी है?
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
हाँ, तुझसे क्या चोरी है? तुझसे क्या चोरी है?
तुझसे क्या चोरी है?
तेरे हाथों में मेरे सपनों की डोरी है
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है
तेरे हाथों में मेरे सपनों की डोरी है
तेरी आँखों की मस्ती मेरी कमज़ोरी है