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मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
आगे हमें जो भी मिले
या ना मिले, गिला नहीं
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
♪
छाँव घनी ही नहीं
धूप कड़ी भी होती है राहों में
ग़म हो कि ख़ुशियाँ हों
सभी को हमें लेना है बाँहों में
हो, दुखी होके जीने वाले
क्या ये तुझे पता नहीं?
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
हो, आगे हमें जो भी मिले
या ना मिले, गिला नहीं
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
♪
ज़िद है तुम्हें
तो लो लब पे ना शिकवा कभी भी लाएँगे
हँस के सहेंगे
जो दर्द या ग़म भी जहाँ से पाएँगे
तुझको जो बुरा लगे
ऐसा कभी किया नहीं
ओ, मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
आगे हमें (आगे हमें) जो भी मिले (जो भी मिले)
या ना मिले (या ना मिले), गिला नहीं
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है
मैंने तुझे माँगा, तुझे पाया है
तूने मुझे माँगा, मुझे पाया है