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Aye
Yeah
Yeah
Yeah
आँखें ये बोलती हैं, बातें पढ़ लेती हैं
सुनो जो तुम इन्हें ये हर जवाब देती हैं
ख़फ़ा जो होती फिर ये पल बर भी ना ठहरती
और दिल किसी पे आये तो ये ध्यान मोड़ लेती हैं
ऐसे ही नैनों के शिकार कभी हुए थे हम
हँस जो दे हो घायल दिल, परेशान थे हम
वो घूरते रहे और डूबते चले थे हम
संभला होश जब हो चुके कई सितम
ये दिल से दिल की बात तुमको मैं बताऊँ
ख़फ़ा हुए थे मुझसे जब वो हाल मैं सुनाऊँ, क्या?
इन जज़्बातों को बयान करूँ मैं लफ़्ज़ों में
तुम कान खोल के सुनो जो बात समझ आये, हाँ
खिला चाँद ना ये बात गहरी रात की है
रहा हिसाब न ये पानी सर के पार ही है
ये दर्द-ए-दिल के शोर में जो अब तुम गुम हुए हो
वजूद की मौजूदगी पे अब गुमान नहीं है
मैं पूछता हूँ, "क्या कोई और नहीं है रास्ता?"
वो सुना चले थे दिक्कतों की दास्ताँ
किसकी गलती किसका हाथ, अब तो क्या पता
दिल भटकता रहा, मंज़िलें थी लापता
मैं चाहूँ लेके आऊं, फिर वो दौर, फिर वो दौड़
हाथ लगे शायद इश्क़, वो भी क्या पता
यही सोच के अब पल मैं ये गुज़ार दूँ
कलम यहाँ मेरी चले बता दे तेरी दास्ताँ, हाँ
Yeah, Yeah
Aye
ज़िन्दगी का क्या ये चलती ही रहेगी
पन्नों सी है ये पलटती ही रहेगी
जिसका नाम जिस जगह, वो तो आएगा
सीख अपनी कोई वो भी सीखा जाएगा