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वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
मुझे, ओ, बेवफ़ा, ज़रा ये तो बता
तूने आग ये कैसी लगाई?
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
मुझे, ओ, बेवफ़ा, ज़रा ये तो बता
तूने आग ये कैसी लगाई?
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
♪
दौलत के नशे में तूने मुझे
नज़रों से अपनी दूर किया
दौलत के नशे में तूने मुझे
नज़रों से अपनी दूर किया
मेरे प्यार का शीश महल तूने
एक पल में चकनाचूर किया
मुझे देके यूँ ग़म, ऐसे करके सितम
तूने मेरी वफ़ा ठुकराई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
♪
तूने रूप ख़िज़ाओं का बख़्शा
मेरे गुलशन की हरियाली को
तूने रूप ख़िज़ाओं का बख़्शा
मेरे गुलशन की हरियाली को
आबाद नशेमन था जिस पर
तूने काट दिया उस डाली को
मेरे सीने के सुख, दिए तूने हैं दुख
सारी रस्में-क़स्में भुलाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
♪
मोहलत ना मिले शायद मुझ को
अब तुझ से बिछड़ के मिलने की
मोहलत ना मिले शायद मुझ को
अब तुझ से बिछड़ के मिलने की
अरमान हुए सब ख़ाक मेरे
ख़्वाहिश ना रही अब जीने की
यादों की चुभन, साँसों की अगन
मेरे मन है आज समाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
मुझे, ओ, बेवफ़ा, ज़रा ये तो बता
तूने आग ये कैसी लगाई?
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई
वफ़ा ना रास आई तुझे, ओ, हरजाई