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तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल जवाँ है, हसीं है
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल जवाँ है, हसीं है
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
♪
मुझे फिर तबाह कर, मुझे फिर रुला जा
सितम करने वाली कहीं से तू आजा
मुझे फिर तबाह कर, मुझे फिर रुला जा
सितम करने वाली कहीं से तू आजा
कहीं से तू आजा
आँखों में तेरी सूरत बसी है
तेरी ही तरह तेरा ग़म भी हसीं है
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल जवाँ है, हसीं है
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
♪
जिधर भी ये देखें, जहाँ भी ये जाएँ
तुझे ढूँढती हैं ये पागल निगाहें
जिधर भी ये देखें, जहाँ भी ये जाएँ
तुझे ढूँढती हैं ये पागल निगाहें
ये पागल निगाहें
मैं ज़िंदा हूँ लेकिन कहाँ ज़िंदगी है?
मेरी ज़िंदगी तू कहाँ खो गई है?
तू जो नहीं है तो कुछ भी नहीं है
ये माना कि महफ़िल जवाँ है, हसीं है