दिल ढूँढता है फ़िर वहीफ़ुर्सत के रात-दिनदिल ढूँढता है फ़िर वहीफ़ुर्सत के रात-दिनदिल ढूँढता है फ़िर वही♪बैठे रहें तसव्वुर-ए-जानाँ किए हुए, हुएदिल ढूँढता है फ़िर वहीफ़ुर्सत के रात-दिनदिल ढूँढता है फ़िर वही