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उपर से खामोश है लेकिन
अंदर इक मुस्कान लिए
उपर से खामोश है लेकिन
अंदर इक मुस्कान लिए...
कहाँ से आई कहाँ चली है
हुस्न की भारी दुकान लिए
शहेर के लड़के...
शहेर के लड़के इसके पीछे
टूट गये बादाम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गीत इश्क़िया सुनती है ये
ख्वाब रेशमी बुनती है ये
और ख़यालों में शहज़ादा
रोज़ नया एक चुनती है ये
गीत इश्क़िया सुनती है ये
ख्वाब रेशमी बुनती है ये
और ख़यालों में शहज़ादा
रोज़ नया एक चुनती है ये
शहज़ादे...
शहज़ादे...
Copy के पिछले...
Copy के पिछले पन्ने पे
लिखती रहती नाम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से...
गयी काम से...
गयी काम से...
ओ. आने वाला आएगा
मेरे लिए गाएगा
ओ चाँदनी चाँदनी
फूलों वाले बाघ में
चाहतों की आग सीने में
ख्वाहिशें भारी वो जीने में
बोले तू हूर है
क्यूँ इतनी दूर है
लग जा गले धीरे धीरे
आज मिलें धीरे धीरे
लग जा गले धीरे धीरे
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से यह लड़की तो
गयी काम से
गयी काम से...