00:00
04:48
पंकज उदास का गीत "मखीने से शराब से" उनकी बेहतरीन गायकी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इस ग़ज़ल में प्रेम और यादों की मधुर भावनाओं को बेबाकी से प्रस्तुत किया गया है। पंकज उदास की आवाज़ में सजी यह धुन संगीत प्रेमियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है और श्रोताओं के दिलों में गहराई से उतरी हुई है। यह गाना पारंपरिक और आधुनिक संगीत के संगम को खूबसूरती से दर्शाता है, जिससे यह सभी उम्र के दर्शकों के लिए आकर्षक बनता है।
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
अपनी तो ज़िंदगी शुरू होती है शाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
♪
आ मेरा हाथ थाम, बहुत हो गया नशा
ओ, आ मेरा हाथ थाम, बहुत हो गया नशा
आ मेरा हाथ थाम, बहुत हो गया नशा
यारों ने मय पिला दी बहुत, तेरे नाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
♪
रखते हैं पाक दिल को, नीयत और निगाह को
रखते हैं पाक दिल को, नीयत और निगाह को
रखते हैं पाक दिल को, नीयत और निगाह को
पीते हैं हम शराब बहुत एहतिराम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
♪
मयकश की हर खुशी तो होती है शराब से
मयकश की हर खुशी तो होती है शराब से
मयकश की हर खुशी तो होती है शराब से
मिलती है ज़िंदगी उसे हर एक जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
अपनी तो ज़िंदगी शुरू होती है शाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से
मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से