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'तारा' गीत, दीपक राठौर प्रोजेक्ट द्वारा प्रस्तुत, एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक संगीत के रूप में लोकप्रिय हो रहा है। इस गाने में पारंपरिक भारतीय धुनों को आधुनिक संगीत तत्वों के साथ समाहित किया गया है, जो श्रोताओं को एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। 'तारा' के बोल और संगीत ने संगीत प्रेमियों के बीच खासा उत्साह पैदा किया है। दीपक राठौर के इस नए प्रोजेक्ट ने संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
एक तारा देखे आसमाँ से
जब भी मैं रूठा जहाँ से
वो पूछे, "क्या कोई है यहाँ पे
जिसको तू ढूँढे हर जगह पे?"
चुप सा होकर टूटता चला
लेकर आया मेरे यार का पता
वो आसमाँ से आया मुझे बताने
कि टूटे दिल तो ही तो टूटे हैं तारे
जिया घबराए, उसे रोज़ बुलाए
फ़िर भी वो पास ना आए
दिल की हाय भी उसको मनाए
फ़िर भी वो रूठा जाए
तोड़े हैं हमने सारे रिश्ते
तेरे ही बन पाए
भूल चुके हम दुनिया को
तू हमको भूला जाए
♪
हम टूटे, बिखरे उस जगह पे
तेरी आहट मुमकिन थी जहाँ पे
तू छू ले मुझको इस तरह से
बेफ़िक्रे उड़ जाएँ इस जहाँ से
चुप सा होकर टूटता चला
लेकर आया मेरे यार का पता
वो आसमाँ से आया मुझे बताने
कि टूटे दिल तो ही तो टूटे हैं तारे
♪
पिया, जी हारे, दिल को वारे
बन गए तारे हम
पिया, जी हारे, दिल को वारे
बन गए तारे हम
पिया, जी हारे, दिल को वारे
बन गए तारे हम
♪
जिया घबराए, उसे रोज़ बुलाए
फ़िर भी वो पास ना आए
दिल की हाय भी उसको मनाए
फ़िर भी वो रूठा जाए
तोड़े हैं हमने सारे रिश्ते
तेरे ही बन पाए
भूल चुके हम दुनिया को
तू हमको भूला जाए
जिया घबराए, उसे रोज़ बुलाए
फ़िर भी वो पास ना आए
दिल की हाय भी उसको मनाए
फ़िर भी वो रूठा जाए
तोड़े हैं हमने सारे रिश्ते
तेरे ही बन पाए
भूल चुके हम दुनिया को
तू हमको भूला जाए