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राम-राम, जय राजा राम
राम-राम, जय सीता-राम
राम-राम, जय राजा राम
राम-राम, जय सीता-राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता-राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता-राम
श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम
(हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम)
हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम
(हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम)
हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम
(हे राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम)
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता-राम
(रघुपति राघव राजा राम)
(पतित पावन सीता-राम)
♪
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी
होइहि सोई जो राम रचि राखा
को करि तर्क बढ़ावै साखा
♪
मंगल दाता, भाग्य विधाता, सबके राजा राम
दशरथ नंदन के चरणों में बसते चारों धाम
(मंगल दाता, भाग्य विधाता, सबके राजा राम)
(दशरथ नंदन के चरणों में बसते चारों धाम)
राम नाम के सुमिरन से ही
पूरण होते काम
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
♪
रघुकुल रीति सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन ना जाई
हरि अनंत, हरि कथा अनंता
हरि अनंत, हरि कथा अनंता
कहहिं सुनहिं सब बिधि सब संता
(कहहिं सुनहिं सब बिधि सब संता)
♪
जिस रघुकुल में प्राणों से भी बढ़कर वचन का मान
मर्यादा पुरुषोत्तम रघुवर उस रघुकुल की शान
(जिस रघुकुल में प्राणों से भी बढ़कर वचन का मान)
(मर्यादा पुरुषोत्तम रघुवर उस रघुकुल की शान)
हो, राम कथा अमृत, अनंत है
संत करें सब गान
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
(श्री राम, जय राम, सिया-राम, जय-जय राम)
हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम
हे, राम, मेरे राम, प्रभु राम, जय-जय राम
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)
(राम-राम, जय राजा राम)
(राम-राम, जय सीता-राम)