00:00
03:05
जहाँ भी रहूँ तेरा ही रहूँ
खोता जहाँ तो खो जाने दूँ
जहाँ भी रहूँ तेरा ही रहूँ
तेरी ही मैं राहें चुनूँ
महरूम हैं तेरे नायाब इश्क़ से
तेरा नूर है जो ले चल रहा मुझे
क़ाफ़िला गुम सा है तूफ़ानों में
बह जाने दे प्यार को आँसुओं में
महरूम हैं तेरे नायाब इश्क़ से
तेरा नूर है जो ले चल रहा मुझे
क़ाफ़िला गुम सा है तूफ़ानों में
बह जाने दे प्यार को आँसुओं में
♪
दिल खो गया है तेरी ही गलियों में
गुम सा गया है ख़्वाबों के शहर में
आँसू ये मेरे हो गए हैं सूने
मैं जी रहा हूँ तेरी ही साँसों से
♪
चाहूँ बस मैं तेरी रज़ा, हो आसमाँ ज़मीं पे
घायल ज़माने से दिल, है आसरा तुझी पे
ख़्वाबों में जो साया दिखा, हर ओर वो तू ही है
घायल ज़माने से दूर, आहट कहीं सुनी है
♪
(महरूम हैं...)
(क़ाफ़िला...)