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सारा दिन तेरे ही क़िस्से दिल सुनाए, यार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ज़िंदगी से क्या मैं चाहूँ, तू है मेरे पास
साथ तेरे धूप भी ये जैसे है बरसात
ख़्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
♪
मैंने लिख दी धड़कनों पे दास्ताँ अपनी
अब से मेरा जीना-मरना है तुम्हीं से ही
ये नहीं हम जानते हैं ज़िंदगी कितनी
जो भी है हमको वो तेरे साथ है लिखनी
सिर्फ़ तुझ पे मैं हूँ क़ुरबाँ अब हज़ारों बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ख़्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
♪
क्या भरोसा ज़िंदगी का, कब चली जाए
कब सफ़र में चलते-चलते शाम आ जाए
इक जनम क्या, १०० जनम भी साथ हो अपना
पास मेरे रहना बस तुम हम जहाँ जाएँ
दो क़दम या फिर चलें हम चाँद के उस पार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ख़्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार