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प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
दिन तो गुज़रता है जिसके ख़यालों में
रातें गुज़रती हैं उसके ही यादों में
वक़्त मिलन का आये तो बागों में
झूमें बहारें फूलों की गलियों में
भँवरों की टोली आए
कलियों पे वो मंडलाए
डर ये ख़िज़ां का भी दिल से मिटाए
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
हा, आँखों पे छाए ये सपना बनके तो
कोई पराया आए अपना बनके
चलते-चलते राहों की धूप में
साथी मिल जाए कोई साया बन के
मंज़िल आए न आए
या कोई तूफ़ाँ आए
दिलवालों को ये जीना सिखाए
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है
प्यार ये जाने कैसा है
क्या कहें ये कुछ ऐसा है
कभी दर्द ये देता है
कभी चैन ये देता है
कभी ग़म देता है
कभी ख़ुशी देता है