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तुझको आज बताना होगा क्या थी वो मजबूरी
साथ उम्र भर का देना था, दे दी उम्र भर की दूरी
कितने अटल थे तेरे इरादे
याद तो कर तू, वफ़ा के वादे
तूने कहा था खाकर कसमें
सदा निभाएँगे प्यार की रस्में
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यूँ हो गई?
♪
प्यार की मस्ती तूने ना चाही
तूने तो चाहा चाँदी का प्याला
आँसू किसी के क्या तू पहनती?
तुझ को पहननी थी मोती की माला, हो
तुझ को पहननी थी मोती की माला
पग-पग पर विश्वास के बदले
छला करेगी तुझ को शंका
आग की लपटों में लिपटी है
ये तेरी सोने की लंका
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यूँ हो गई?
♪
क्या ये तेरे सुख के साधन
मेरी याद को भुला सकेंगे?
मेरी याद जब नींद उड़ा देगी
क्या ये तुझको सुला सकेंगे? हो
क्या ये तुझको सुला सकेंगे?
साधन में सुख होता नहीं है
सुख, जीवन की एक कला है
मुझसे ही छल किया ना तूने
अपने को तूने आप छला है
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यूँ हो गई?
♪
तेरे लिए मैं लाया बहारें
तेरे लिए मैं जान पे खेला
दो दिन तूने ही राह ना देखी
छोड़ के चल दी मुझे अकेला, हो
छोड़ के चल दी मुझे अकेला
तेरी जुदाई मेरी चिता है
ग़म की चिता में मैं जल रहा हूँ
मन मेरा दहके मरघट जैसा
अंगारों पे मैं चल रहा हूँ
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू औरों की क्यूँ हो गई?
तू औरों की क्यूँ हो गई?