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मेरे, मेरे दिल के पागलपन की, ओ, सीमा क्या है?
हाँ, यूँ तो तू है मेरी, छाया तुझ में, ओ, तेरा क्या है?
मैं हूँ गगन, तू है ज़मीं, अधूरी सी मेरे बिना
रात को कर विदा, दिलरुबा, आ भी जा
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आ भी जा, आ भी जा
ऐ सुबह, आ भी जा
आ भी जा, आ भी जा
ऐ सुबह, आ भी जा
♪
देखूँ चाहे जिसको, कुछ-कुछ तुझ सा दिखता क्यूँ है?
आ, जानूॅं, ना मैं जानूॅं, तेरा-मेरा रिश्ता क्यूँ है
कैसे कहूँ, "कितना बेचैन दिल मेरा तेरे बिना"
रात को कर विदा, दिलरुबा, आ भी जा
♪
आ भी जा, आ भी जा
ऐ सुबह, आ भी जा
आ भी जा, आ भी जा
ऐ सुबह, आ भी जा