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आजा, मिल के झूम लें
फ़िर मिलें या ना मिलें
आजा, ख़ुशियाँ चूम लें
फ़िर मिलें या ना मिलें
तन्हा थे कितने दिन यहाँ
अब आ जाना, संग हो चलें
कर सकें कुछ नज़्में बयाँ
और कुछ दलीलें छोड़ दें
खोज के नए रास्ते
कच्ची राहें थाम लें
आजा, ख़ुशियाँ चूम लें
फ़िर मिलें या ना मिलें