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"चुपके से" मुस्तफा जाहिद द्वारा गाया गया एक लोकप्रिय गीत है, जिसे उसके खूबसूरत लिरिक्स और मधुर धुन के लिए सराहा जा रहा है। यह गीत प्रेम और इंतजार की भावनाओं को बखूबी उजागर करता है, जिससे श्रोताओं का दिल छू जाता है। मुस्तफा जाहिद की अनोखी आवाज़ और संगीत की बेहतरीन व्यवस्था ने "चुपके से" को संगीत प्रेमियों का पसंदीदा बना दिया है। इस गीत ने रिलीज़ के बाद से ही विभिन्न म्यूजिक प्लेटफार्मों पर खूब धूम मचाई है और श्रोताओं से सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ प्राप्त की हैं।
चुपके से, चुपके से रात की चादर तले
चाँद की भी आहट ना हो, बादल के पीछे चले
दोस्तों से झूठी-मूठी दूसरों का नाम लेके
फ़िर मेरी बातें करना
यारा, रात से दिन करना
लंबी जुदाई तेरी
बड़ा मुश्किल है आहों से दिल भरना
यारा, रात से दिन करना
कब ये पूरी होगी? दूर ये दूरी होगी
कब ये पूरी होगी? दूर ये दूरी होगी
रोज़ सफ़र करना
यारा, रात से दिन करना
दोस्तों से झूठी-मूठी दूसरों का नाम लेके
फ़िर मेरी बातें करना
यारा, रात से दिन करना