00:00
03:39
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
नैनों में भर जा, नींदें खाली कर जा
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
नैनों में भर जा, नींदें खाली कर जा
♪
पानी-पानी, इन पहाड़ों की ढलानों से
उतर जाना
धुआँ-धुआँ, कुछ वादियाँ भी आएँगी
गुज़र जाना
एक गाँव आएगा, मेरा घर आएगा
जा मेरे घर जा, नींदें खाली कर जा
♪
ये रुदाली जैसी रातें जगरातों में
बिता देना
मेरी आँखों में जो बोले मीठे पाखी तो
उड़ा देना
बर्फ़ो में लगे मौसम पिघलें
मौसम हरे कर जा, नींदें खाली कर जा
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
पानी-पानी रे, खारे पानी रे
नैनों में भर जा, नींदें खाली कर जा