सब के सपनों की महलों मेंरोशनी बन के मैं चमकूँगा, माँकमज़ोरों को मैं बल बन केकंधा दूँगा मैं, हिम्मत दे, माँशोला बुझने को बारिश हो करमैं बरसूँगा, ये वादा है, माँ