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हर आसमाँ से ऊँची है, समंद्रों से गहरी
ऐसी-वैसी दोस्ती नहीं
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
छाँव में धूप में, जाने कितने रूप में?
ये तपी है, ये जली है
सोना बनके ये मिली
गलियों से गुजरी है, बरसों सँवरी है
ऐसी-वैसी दोस्ती नहीं
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
क्यूँ रुकें सपने बुने?
क्यूँ डरें खुशियाँ चुने?
यारी हमको, हौसला दे
कानों में हसके कहे
साथ हूँ मैं जीत लो तुम
दुनिया तुम्हारी है
ऐसी-वैसी दोस्ती नहीं
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
टूटूँ कभी तो जोड़ती
भटकुँ कभी तो मोड़ती
हर खुशी में, हर गम में
अच्छे बुरे मौसम में
हम से करती बात है
साये जैसी साथ है
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
ऐसी-वैसी दोस्ती नहीं
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
हर आसमाँ से ऊँची, समंद्रों से गहरी
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
Hmm
जशन है, रंग है, ये जहाँ संग है
यहीं पंख भी, उड़ान भी
अरमां भी, आसमाँ भी
इस पल से ज़िन्दगी तक
ये दुनिया सारी है
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
ये No.1 यारी है
(ये No.1 यारी है)
(ये No.1 यारी है)
(ये No.1 यारी है)